
वो कहावत है न “ जब पैदा हुई पुलिस तो खुश हुआ इब्लीस, अब हम भी साहिबे औलाद हुए | ” अर्थात जब पुलिस पैदा हुई तो शैतान खुश हुआ कि मेरा बेटा पैदा हो चुका है | मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर नरेंद्र तलेगांवकर पर यह कहावत बिलकुल सही बैठती है | तलेगांवकर फिलहाल ट्रैफिक डिपार्टमेंट में काम कर रहे हैं और वो गांधीनगर जंक्शन, लालबहादुर शास्त्री रोड, विक्रोली पश्चिम, मुंबई-८३ में स्थित बीट चौकी के इंचार्ज हैं |
पाठकों को पता ही होगा, सडकों पर जहाँ भी फ्लाईओवर बने होते हैं, उसके ठीक नीचे की जगह खाली पड़ी होती है | ऐसी जगहों पर कभी पार्किंग होने लगती है तो कभी अवैध निर्माण | कई बार आम लोग ही सड़क पार करने के लिए फ्लाईओवर के नीचे की जगह पसंद करते हैं क्योंकि फ्लाईओवर के अंतिम छोरों के नीचे की जगह खाली पड़ी होती है | जिससे वहाँ से सड़क पार करना आसान होता है |

गांधीनगर जंक्शन पर बने फ्लाईओवर के अंतिम छोर के एक तरह केंद्रीय विद्यालय है तो दूसरी तरह चंदन नगर | चंदन नगर से कई विद्यार्थी केंद्रीय विद्यालय जाते हैं और फ्लाईओवर के नीचे से ही सड़क पार करते हैं | वो जगह भी अभी तक खाली ही पड़ी थी | लेकिन पुलिस इंस्पेक्टर नरेंद्र तलेगाँवकर की बुरी नजर लंबे समय से उस जगह टिकी हुई थी | फ्लाईओवर के नीचे ज्यादातर जगहों पर उन्होंने गाड़ियों की गैरकानूनी पार्किंग कराकर खूब माल कमाया है | किसी भी दिन, किसी भी वक्त वहाँ जाओ तो सैकड़ों गाड़ियाँ खड़ी मिलेगी, कुछ पार्किंग की, तो कुछ भंगार होती हुई | यह सब ट्राफिक पुलिस की उस बीट चौकी के ठीक सामने है जिसके इंचार्ज इंस्पेक्टर तलेगाँवकर हैं | सिर्फ एक कोना बाकी रह गया था जहाँ से विद्यार्थी सड़क पार करते थे | तलेगाँवकर ने विद्यार्थियों का आना जाना रोकने के लिए वहाँ गैरकानूनी रूप से लोहे की शीट लगाकर बैरिकेड बनवा दिए | गैरकानूनी पार्किंग को तो वो हटवा नहीं सकते क्योंकि वहाँ से रिश्वत मिलती है, तो उन्होंने विद्यार्थियों पर ही अपना जोर दिखाया |

तलेगांवकर की इस हरकत से विद्यार्थी और उनके माँ-बाप परेशान | उन्हें अब गांधीनगर जंक्शन से सड़क पार करना पड़ रहा है जो काफी खतरनाक है | वहाँ गाड़ियों की आवाजाही कुछ ज्यादा ही है | इसलिए सब अभिभावक इकट्ठा होकर बीट चौकी गए और तलेगांवकर से माँग की कि बैरिकेड को हटा दिया जाये | तलेगांवकर ने उनकी बात मानना तो दूर, उलटे कुछ को अपनी बीट चौकी में बंद करा दिया | साथ में पुलिस में FIR कराने की धमकी भी दी | कई घंटे बंद रखने के बाद जब स्थानीय राजनेताओं का फ़ोन आने लगा तो उन्होंने अभिभावकों को जाने दिया |
इंस्पेक्टर नरेंद्र तलेगाँवकर की इस गुंडागर्दी से परेशान होकर कई अभिभावकों ने भाजपा कार्यकर्ता सुधीर सिंह से सहायता माँगी | सुधीर सिंह ने मामले की जानकारी स्थानीय सांसद मनोज कोटक को दी | साथ ही साथ उन्होंने तलेगाँवकर के भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी की शिकायत मुंबई पुलिस कमिश्नर से की | इसके अलावा तलेगाँवकर द्वारा किये गए अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए मनपा के S वार्ड में भी शिकायत दर्ज करा दी है | उम्मीद है उन्हें दोनों कार्यों में सफलता मिलेगी और चंदन नगर के विद्यार्थियों की असुविधा दूर होगी | लगता है इंस्पेक्टर नरेंद्र तलेगांवकर को उनके कुकर्मों की सजा मिलने का दिन आ गया है |